रांची, अगस्त 4 -- झारखंड मुक्ति मोर्चा के शीर्ष नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रहे शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। दिग्गज आदिवासी नेता यूं तो सीएम से लेकर केंद्रीय मंत्री तक रहे, लेकिन उनका राजनीतिक सफर काफी चुनौतियों भरा रहा। शिवा उर्फ शिवलाल उर्फ शिवचरण मांझी से दिशोम गुरु बनने तक का शिबू सोरेन का सफर कई कठिनाइयों से गुजरा है। वह पहली बार अपने गांव के बरलंगा प्रखंड से मुखिया का चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। उसके बाद 1972 में जरीडीह से विधानसभा चुनाव लड़े और हार गए। 1977 में वह टुंडी विधानसभा से लड़े, लेकिन फिर हार गए। हालांकि, चुनावों में हारने के बाद भी वह महाजनों के खिलाफ आंदोलन की धार तेज करते रहे। इस दौरान वह जेल भी गए। उसके बाद उन्होंने संथाल को अपनी राजनीतिक जमीन के रूप में तैयार किया और वहां के हीरो बन गए। 1980 में पहली बार ...