मऊ, जुलाई 7 -- घोसी। मोहर्रम के दसवें दिन रविवार को बड़ागांव में इमाम हुसैन की शहादत की याद में या हुसैन या हुसैन की सदाएं फिजा में गूंज रही थीं। अजादारों के दामन कमा व जंजीर के मातम से लहूलुहान थे। न कहीं दर्द की शिकायत, न लहू की परवाह। इमाम हुसैन की कुर्बानी की याद में अजादार दिन के 12 बजे से लेकर सूर्यास्त तक मातम में डूबे रहे। सदर इमामबाड़ा पर ताबूत, अलम और ताजियों के पहुंचने के बाद उन्हें दफन किया गया। इसके बाद देर शाम मौन जुलूस के रूप में शाम-ए-गरीबां का आयोजन हुआ। जुलूस के दौरान प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। उपजिलाधिकारी घोसी अशोक कुमार सिंह, सीओ दिनेश दत्त मिश्रा, तहसीलदार धर्मेंद्र पांडेय, और कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस व पीएसी बल लगातार गश्त करते रहे।

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