मधुबनी, दिसम्बर 22 -- मधुबनी,विधि संवाददाता। हे राम ये क्या हो गया, घर में शादी के शगुन की जगह बेटा का अर्थी आया। चाकूबाजी की घटना में मारे गए रामबाबू सदाय का शव सोमवार शाम जब लहेरियागंज आया तो परिजनों से लेकर मोहल्ला के लोगों के जुवां पर बस यही बात थी। रामबाबू की मां कलियां देवी बार-बार लोगों से कह रही थी आज उसके बेटा का शगुन आने वाला है तुम लोग अर्थी लेकर आए हो। वह बार-बार लोगों से बेटा के कसूर के बारे में पूछ रही थी। मां की चीख चित्कार से मोहल्ला के लोगों का कलेजा फट रहा था। रामबाबू की बहन गौरी देवी, सोनदाई देवी एवं शिव देवी का भी रो रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार रट लग रही थी कि सोमवार शाम भाई की शादी का छेका में शामिल होने के लिए इन लोगों को बुलाया गया था। उन्हें क्या पता था कि शगुन के जगह भाई का अर्थी देखना पड़ेगा। बहनों का कहना था कि...