हरिद्वार, जुलाई 9 -- शांतिकुंज में चल रहे तीन दिवसीय गुरु पूर्णिमा महापर्व के दूसरे दिन विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। दिन की शुरुआत ध्यान-साधना से हुई। इसके बाद चौबीस घंटे के गायत्री महामंत्र अखण्ड जप और हवन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस दौरान देव संस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने कहा कि गुरु पूर्णिमा सद्गुरु की महाकृपा को अनुभव करने का पर्व के साथ ही यह शिष्य के समर्पण और साधना की पूर्णता का भी प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जब शिष्य समर्पण के साथ अपने अहं को विसर्जित करता है, तभी शिष्योऽहम् की दिव्य अनुभूति होती है।

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