गुड़गांव, सितम्बर 12 -- गुरुग्राम, वरिष्ठ संवाददाता। साइबर सिटी के रूप में मशहूर गुरुग्राम, जिसे अक्सर स्मार्ट सिटी के रूप में पेश किया जाता है, आज भी एक बुनियादी नागरिक सुविधा के लिए संघर्ष कर रहा है। शहर में पिछले दस सालों में शहर में लोगों की जररुतों के अनुसार एक भी सार्वजनिक शौचालय का निर्माण नहीं किया है, जिसके कारण 50 से अधिक प्रमुख स्थानों पर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निगम की उदासीनता ऐसी है कि बीते दस साल वर्षों से नए शौचालयों की जरूरत को लेकर कोई सर्वे भी नहीं किया गया है। इसका नतीजा यह है कि राहगीरों, दुकानदारों और खासकर महिलाओं व बच्चों को खुले में शौच करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बता दें कि शहर में सार्वजनिक स्थानों जैसे बस बाजार, मार्केट, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के बाहर लोगों का सबसे ज्यादा अवागमन ...