जमशेदपुर, अगस्त 25 -- जमशेदपुर। कौमी सिख मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता कुलबिंदर सिंह ने कहा कि मात्र वेशभूषा से सिख को परिभाषित करना भूल होगी। सिख वही है, जिसमें सिखी का किरदार है, अर्थात जिसमें नम्रता, सेवा, सिमरन, दया, प्रेम, सहिष्णुता, विराग, त्याग जैसे जीवन मूल्य हो। कुलबिंदर सिंह ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि गुरुद्वारों की प्रधानगी, चौधराहट की राजनीति ने आपसी सद्भाव प्रेम को तोड़ दिया है और हम ईर्ष्या द्वेष का जीवन जी रहे हैं। एक दूसरे को नीचा दिखा रहे हैं। कुलबिंदर सिंह ने कहा कि जहां पूरा सिख समुदाय गुरु तेग बहादुर जी एवं उनके तीन शिष्य भाई सती दास भाई मती दास एवं भाई दयाला जी की शहादत का 350 वां साल मना रहा है वहीं शहीदी जागृति यात्रा के नाम पर चौधराहट दिखाई जा रही है। गुरु तेग बहादुर त्याग, सेवा, समर्पण, नम्रता के प्रतीक...