रांची, जून 9 -- रांची, विशेष संवाददाता। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए), संरक्षण एवं अभिलेखागार प्रभाग और क्षेत्रीय केंद्र, रांची की ओर से रांची वीमेंस कॉलेज के सहयोग से सोहराय और कोहबर चित्रकला पर एक विशेष प्रदर्शनी और पांच दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत सोमवार को हुई। इस प्रदर्शनी की शुरुआत करते हुए संरक्षण एवं अभिलेखागार विभाग, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की प्रमुख डॉ अचल पांड्या ने कहा कि यह कार्यक्रम झारखंड के महान आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और सांस्कृतिक प्रतीक भगवान बिरसा मुंडा की 125वीं पुण्यतिथि को समर्पित एक श्रद्धांजलि है। सोहराय चित्रकला, प्रकृति और अनुष्ठानों से जुड़ी है। यह पारंपरिक रूप से फसल और पशु उत्सवों के दौरान दीवारों पर बनाई जाती है, जिसमें कृषक जीवन, पशु-पक्षी और पौराणिक प्रतीकों का चित्रण होता है। वह...