बहराइच, सितम्बर 23 -- बिछिया, संवाददाता। कतर्नियाघाट के ईको अवेयरनेस सेंटर पर सोमवार को विश्व गैंडा दिवस मनाया गया। प्रभागीय वनाधिकारी सूरज ने वन कर्मियों, जिप्सी चालकों व गाइडों को गैंडों, बाघ, तेंदुए व पक्षियों के बारे में रोचक कहानियां साझा की गई। इस दौरान कहा कि कतर्नियाघाट खुलने पर पर्यटकों को जंगल सफारी के दौरान गैंडा, हाथी, बाघ पक्षियों के बारे में रोचक रोचक कहानियां सुनाएं। अक्सर देखा जाता है कि पर्यटकों को बाघ नहीं दिखता है। ऐसे में रोचक कहानियां सुनाएं। पक्षियों की पहचान, गैंडों की पहचान, उनकी बनावट उनके संरक्षण के बारे में चर्चा की गई। रेन्जर आशीष गौड़ ने बताया कि पूरे भारत में सबसे ज्यादा गैंडे असम के काज़ीरंगा में पाए जाते हैं। पांच प्रजाति के गैंडे यहां पाए जाते हैं। कतर्नियाघाट में खाता कारीडोर होने के नाते नेपाली गैंडे काफी ...