नई दिल्ली, जुलाई 9 -- नई दिल्ली। बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं और सतर्क निवेश माहौल के कारण जून तिमाही में विलय एवं अधिग्रहण और निजी इक्विटी सौदों का मूल्य तिमाही आधार पर 48 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 17 अरब डॉलर रह गया। सलाहकार फर्म ग्रांट थॉर्नटन की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में मात्रा के लिहाज से विलय एवं अधिग्रहण और निजी इक्विटी (पीई) सौदे जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में 13 प्रतिशत घटकर 582 रह गए। ग्रांट थॉर्नटन भारत ने कहा कि भारत के एमएंडए और निजी इक्विटी परिदृश्य में जून तिमाही के दौरान उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। इस तिमाही में बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं और सतर्क निवेश माहौल के कारण सौदों की मात्रा और मूल्य दोनों पर असर पड़ा।

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