कटिहार, जुलाई 30 -- कटिहार, वरीय संवाददाता गोगाबिल झील में आने वाली विदेशी पक्षियों के स्वास्थ्य की भी जांच संभव है। इसको लेकर गोगाबिल झील में पक्षी संचेतना केंद्र बनाया गया है। जिसमें बाहर से आने वाले विदेशी बीमार पक्षियों के इलाज की व्यवस्था की जाएगी। ताकि वे यहां पर आकर बीमार न पड़े और मौसम की समाप्ति के बाद अपने गंतत्व तक पहुंच सकें। इसके अलावे पक्षी संचेतना केंद्र में विदेशी पक्षियों के रहने की भी व्यवस्था होगी। जहां पर जाकर शोधार्थी उस पर शोध का काम भी कर सकेंगें। वन विभाग के अधिकारी एसके झा ने बताया कि गोगाबिल झील को पर्यटन क्षेत्र के रुप में विकसित किया जा रहा है। इसके सौंदर्यीकरण पर 10.22 करोड़ रुपए खर्च किया जा रहा है। इसमें वाच टावर, मेन गेट, कॉटेज, कैफेटेरिया और चारों तरफ हरे-भरे पेड़-पौधे लगाए जाएंगें। उन्होंने कहा कि इससे न ...