आगरा, सितम्बर 3 -- आचार्य हीर विजय सूरीश्वर महाराज के स्वर्गारोहण दिवस पर जैन मंदिर दादाबाड़ी स्थित कमल मंदिर में प्राचीन चरण स्थल पर आयोजन किया गया। भक्तों ने गुरुदेव का जाप, आरती और मंगल दीपक प्रज्ज्वलित कर अपनी आस्था अर्पित की। अध्यात्म और समर्पण का अद्भुत संगम बन गया। संघ अध्यक्ष राजकुमार जैन ने इस अवसर पर कहा कि आचार्य सूरीश्वर जी महाराज ने मुगल सम्राट अकबर को दादाबाड़ी में धर्मोपदेश दिया था। उनके उपदेशों से प्रभावित होकर अकबर ने शाकाहार अपना लिया था। यह प्रसंग भारतीय इतिहास और जैन दर्शन की महानता का जीवंत उदाहरण है। जब गुरु का स्मरण होता है, तो हृदय में श्रद्धा और चेतना का अद्भुत समन्वय जगमगा उठता है। आचार्य केवल व्यक्ति नहीं होते, बल्कि वे आत्मा की ज्योति और सत्य के पथ प्रदर्शक होते हैं। जगद्गुरु आचार्य श्री हीर विजय सूरीश्वर महारा...