जमशेदपुर, दिसम्बर 21 -- विजया सेंट्रल कमेटी की ओर से विजया गार्डन बारीडीह में नौ दिवसीय रामकथा के चौथे दिन शनिवार को भगवान श्रीराम के अवतार की विस्तार से व्याख्या की गई। उज्जैन की कथावाचक ममता ने कहा कि श्रीराम का अवतार अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए हुआ। त्रेता युग में रावण सहित अनेक असुरों के अत्याचार बढ़ गए थे, जिससे देवता और मनुष्य दोनों पीड़ित थे। पृथ्वी पर सत्य, मर्यादा और न्याय की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने श्रीराम के रूप में अवतार लिया। कथावाचक ने बताया कि श्रीराम का जीवन आदर्श राजा, पुत्र, पति और मानव के रूप में मर्यादा पुरुषोत्तम का उदाहरण है। रामकथा के विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से वर्तमान जीवन और उससे जुड़ी चुनौतियों की भी व्याख्या की गई। कथा का आयोजन शाम पांच से रात आठ बजे तक हुआ, जिसमें सोसाइटी के सभी फेज से बड़ी स...