बगहा, जून 15 -- बेतिया। अब समय आ गया है की इतिहास हम सबके चरित्र का मूल्यांकन करे और दुनिया हम सबकी महिमा देखे।वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 केवल वक्फ सम्पत्ति को नष्ट करने की कानूनी चाल ही नही है,बल्कि यह हमारी शरियत,मस्जिद,मदरसों, खानकाहो,कब्रिस्तानो,विश्वविद्यालयों, इस्लामी सभ्यता और संस्कृति तथा सामूहिक अस्तित्व पर एक खतरनाक और सुनियोजित हमला है।उक्त बाते पटना फुलवारीशरीफ स्थित इमारते-ए-शरिया के एहतेकालुम हक ने कही। वे जंगी मस्जिद मे नमाजियो को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे।उन्होंने बताया की ऑल इंडिया मुस्लिम प्रशनल बोर्ड के आह्वान पर अगामी 29 जून को पटना के गांधी मैदान मे वक्फ बचाओ दस्तूर बचाव सम्मेलन होगा।

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