सिद्धार्थ, दिसम्बर 25 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। जिले की मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने के लिए चल रहा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान अब निर्णायक मोड़ पर है। अब तक जिले के सात लाख से अधिक मतदाताओं की पहचान उनके माता-पिता के 2003 के रिकॉर्ड से मिलान कर प्रोजनी मैपिंग की जा चुकी है। इस प्रक्रिया से फर्जी व दोहरे नामों के खेल को पूरी तरह खत्म कर दिया है। मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कार्य इस बार बीएलओ एप से हो रहा है। मतदाताओं को प्रिंटेड गणना पपत्र दिया गया था। इसमें मतदाताओं की 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग की जा रही है। अभी तक 19 लाख 92 हजार 459 मतदाताओं में से 84.82 फीसदी का गणना प्रपत्र डिजिटाइज्ड हो चुका है। डिजिटाइज्ड गणना प्रपत्र में से 7 लाख 28 हजार से अधिक मतदाताओं का नाम पिछले एसआईआर में भी था, उनकी पहचान स्वतः सत्यापित हो ग...