पूर्णिया, सितम्बर 14 -- पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।जिऊतिया जैसे पर्व में जहां मांताओं ने अपने बेटे की सलामती की लिए उपवास रखती है, वही एक मां ने नवजात बेटे को लावारिस की तरफ फेंक दिया। मां एक ऐसा शब्द जिसके उच्चारण मात्र से ही मां की ममता पैदा होती है। यह एक ऐसा शब्द है जिसके लिए हर महिला लालायित रहती है। आज वहीं एक महिला मां बनते ही नवजात बेटे को पुल के नीचे लकड़ी के ढेर में फेंक कर चली गई। इस दौरान कप्तान पुल के समीप अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए जो लोग आए थे। उनकी नजर उस मासूम पर पड़ी और वह सही सलामत उसे अस्पताल पहुंचा दिए। जहां उनका सही उपचार हो रहा था। उन्हें उचित इलाज के लिए पटना रेफर किया गया, लेकिन वहां ले जाना बहुत मुश्किल हो रहा था। शहर की प्रसिद्ध समाज सेवी हेना सईद ने अपने खर्चे से एंबुलेंस कराकर उसे नवजात को पटना आई...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.