शामली, दिसम्बर 22 -- ये ज़ब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी, सदियों ने सज़ा पाई। कैराना के मशहूर शायर मुजफ्फर रज्मी का यह शेर झिंझाना थानाक्षेत्र की बीबीपुर जालालाबाद देहात के लोगों पर चरितार्थ हो रहा है। इस गांव में दशकों से घर बनाकर रह रहे करीब सौ परिवारों की वन विभाग के बेदखली के नोटिस ने नींद उड़ा दी है। ग्रामीणों के मुताबिक वन विभाग ने वर्ष 1955 में धारा 4 के तहत जमीन खाली कराने का नोटिस भेजा है। ग्रामीणों का दावा है कि वह आजादी के बाद से ही यहां पीढ़ी दर पीढ़ी रहते आ रहे है। एनजीटी के आदेशों का हवाला देकर वन विभाग उक्त भूमि को खाली करा रहा है। इतना लंबा समय हो गया तब से लेकर आज तक प्रशासन एवं वन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा रहा। उसी दौरान इस समस्या पर ध्यान दे दिया जाता तो शायद आज यह नौबत नहीं आती। शामली को जनपद ब...