नई दिल्ली, अगस्त 16 -- जापान में तेत्सु यामादा नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति ने रिटायरमेंट के बाद अपनी पत्नी से अलग रहने का फैसला किया। लेकिन, उनकी प्लानिंग नाकाम रही और दांव उलटा पड़ गया। उनकी पत्नी तो खुशहाल जिंदगी जी रहीं, लेकिन उन्हें अकेलापन सता रहा है। जापान में पत्नी से अलग हरने के इस कॉन्सेप्ट को सोत्सुकोन कहा जाता है। इसमें जोड़े विवाहित तो रहते हैं, लेकिन आजादी के लिए अलग रहते हैं। यह विचार, जो पहली बार 2004 में सामने आया था, अब वृद्ध जोड़ों के बीच आम हो गया है। यामादा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम करने के बाद 60 साल की उम्र में रिटायर हुए और उन्हें बचत के साथ 50 मिलियन येन (करीब 3 करोड़) पेंशन मिली। वह अपनी पत्नी कीको के साथ अपने गांव जाना चाहते थे। उनका पुराना पारिवारिक घर अब भी अच्छी स्थिति में था। टोक्यो के शहरी जीवन की आदी कीक...