बागपत, अक्टूबर 2 -- नवरात्र के आखिरी दिन और रामनवमी पर बुधवार को जिलेभर के मंदिरों में भक्तों को भीड़ रही। सुबह होते ही मंदिरों में घंटियों और शंख की गूंज सुनाई देने लगी। कतारबद्ध होकर श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना की। विधि-विधान के साथ पूजा करने के बाद प्रसाद वितरण किया गया। ज्योतिषाचार्य पंड़ित गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि नवमी के दिन सिद्धिदायिनी मां यानी सिद्धियों को देने वाली सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इनकी आराधना से भक्तों को समस्त सिद्धियां व नवनिधियों की प्राप्ति होती हैं। चैत्र नवरात्र की इस नवमी का महत्व इसलिए और भी बढ़ जाता है, क्योंकि इसी दिन मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था। इसीलिए इसे राम नवमी भी कहा जाता है। शहर के ठाकुरद्वारा मंदिर, पक्का घाट मंदिर, काली मंदिर, चमरावल रोड के शिव म...