दुमका, दिसम्बर 17 -- रामगढ़, प्रतिनिधि।लाखों रुपए की लागत से सरकार ग्रामीण क्षेत्र में शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए योजना तो तैयार कर रही है। लेकिन विभाग की मिलीभगत से योजना बिल भुगतान के बाद से ही दम तोड़ दे रही है। संवेदक व विभाग की इन योजनाओं में कमीनखोरी का ही नतीजा है कि योजना एस साल तक भी ठीक से नहीं चल पाता है। ऐसा ही एक मामला रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत पथरिया पंचायत के ढोलकट्टा गांव से सामने आया है। इस गांव में 2 वर्ष पूर्व हीरालाल कोल के घर के सामने निर्मित जलमीनार 1 वर्ष तक ठीक-ठाक चला। इसके पश्चात 1 वर्ष से उक्त योजना बंद पड़ा है। जिससे लोगों को पेयजल के लिए बहुत परेशानी होती है। इसके अलावे पेयजल के लिए स्कूल के पास निर्मित चापाकल के अतिरिक्त गांव में दो और चापाकल है, जिससे काफी कम मात्रा में पानी निकलता है। लोगों को पेयजल एवं दिनचर्...