गया, दिसम्बर 25 -- देश-विदेश से विष्णुनगरी आने वाले पिंडदानियों को फल्गु में सालों भर पानी मिले। फल्गु में स्नान करने के बाद पितरों के लिए तर्पण कर सके। इस लिए गया जी रबर डैम बनाया गया। सबसे लंबे रबर डैम बनने के बाद फल्गु की सूरत संवर गयी। करीब सालों भर पानी मिलने लगा। लेकिन, इसकी देखरेख की व्यवस्था नहीं रहने से इसकी सेहत बिगड़ गयी। सफाई नहीं होने से एक बार फिर मोक्षदायिनी मैली हो गयी है। ना तो जिला व नगर निगम प्रशासन और ना ही जल संसाधन विभाग को डैम की सफाई की चिंता है। नतीजा दोनों छोर भरे फल्गु का पानी बहुत काम का नहीं रह गया। चार फुट से अधिक पानी रहने के बाद भी इसमें स्नान नहीं किया जाता है। गंदे पानी के कारण स्नान तो दूर तर्पण या याजमान करने के लिए भी सोचना पड़ रहा है। फल्गु के रबर डैम, देवघाट, गजाधर घाट, संगत घाट से लेकर श्मशान घाट के क...