नई दिल्ली, दिसम्बर 18 -- देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस सूर्यकांत ने इस बात पर गहरी चिंता और नाराजगी जताई है कि देश में न्यायिक भ्रष्टाचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने इस प्रवृति पर गहरी आपत्ति जताई कि रिटायर होने से पहले जज दनादन फैसले सुनाते हैं। उन्होंने इसे फाइनल ओवर में छक्के पर छक्के मारने जैसा बताया और कहा कि न्यायपालिका में यह खतरनाक चलन बनता जा रहा है। न्यायिक भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर एक दुर्लभ कबूलनामे में CJI ने ये अहम टिप्पणी की है। CJI सूर्यकांत, जस्टिस जॉयमाल्य बागची और जस्टिस विपुल एम पंचोली की पीठ ने जजों द्वारा रिटायरमेंट से ठीक पहले दनादन फैसले सुनाने की इस प्रवृति को एक "दुर्भाग्यपूर्ण चलन" करार दिया। CJI ने ये टिप्पणी तब की जब सुप्रीम कोर्ट मध्य प्रदेश के एक प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा दायर याचिका पर स...