सिमडेगा, सितम्बर 13 -- सिमडेगा, प्रतिनिधि। खेतों में बढ़ रही धान, मडुआ सहित अन्य कई फसलों के देखरेख का समय चरम पर है। ऐसे में यूरिया खाद की भारी किल्लत ने जिले के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसान खेतों में खाद डालने के लिए परेशान हैं। लेकिन बाजार और लैंपस में यूरिया नहीं मिलने के कारण वे मायूस लौट रहे हैं। पिछले एक माह से भी अधिक समय से जिले में यूरिया की आपूर्ति बाधित है। इसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। यदि समय पर खाद उपलब्ध नहीं हुई तो धान समेत अन्य फसलें बर्बाद होने की आशंका बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि फसल के इस महत्वपूर्ण दौर में खाद डालना जरूरी होता है। तभी पौधा मजबूत होकर अच्छा उत्पादन दे सकता है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले को इस सीजन में 750 मीट्रिक टन यूरिया की आवश्यकता है। इधर जिले के लैंपस में यूरिया खाद लेने के लि...
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