संवाददाता, दिसम्बर 24 -- यूपी के महाराजगंज जिले की मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने की प्रक्रिया विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अब अंतिम दौर में है। यदि आप जिले मतदाता हैं और आपके डेटा की मैपिंग नहीं हो पाई है, तो सावधान हो जाइए। निर्वाचन आयोग के सख्त रुख के बाद अब उन मतदाताओं पर नोटिस की तलवार लटक रही है जिन्होंने गणना प्रपत्र तो जमा किया है, लेकिन पिछले एसआईआर की जानकारी साझा नहीं की है। जिले में ऐसे मतदाताओं की संख्या 2 लाख 52 हजार 413 है, जिनका वंशावली विश्लेषण रिकॉर्ड के अभाव में अधर में लटका है। जिले में कुल 19 लाख 92 हजार 459 मतदाता पंजीकृत हैं। निर्वाचन कार्यालय केआंकड़ों के मुताबिक इनमें से अब तक 84.82 फीसदी मतदाताओं का ही गणना प्रपत्र डिजिटाइज्ड हो सका है। असली पेंच मैपिंग में फंसा है। डिजिटाइज्ड मतदाताओं में से केवल 72.12 फीसदी की ही...
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