नई दिल्ली, सितम्बर 20 -- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि जेकेएलएफ अध्यक्ष यासीन मलिक के मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। कहा कि कोर्ट को अपना फैसला सुनाने देना चाहिए। मुख्यमंत्री की टिप्पणी पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के बयान के एक दिन बाद आई है। महबूबा ने कहा था कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मलिक के खिलाफ मामले में मानवीय दृष्टिकोण अपनाने के लिए पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मलिक ने हिंसा छोड़ दी है और राजनीतिक भागीदारी का रास्ता चुना है। मालूम हो कि टेरर फंडिंग में आजीवन कारावास की सजा काट रहे मलिक को फरवरी 2019 में गिरफ्तार किया गया था। उस पर कई मामले चल रहे हैं, जिनमें 1990 में रूबैया सईद का अपहरण और रावलपोरा में वायु सेना के कर्मियों पर हमला शामिल है। उमर ने कहा मलिक के मामल...