नई दिल्ली, अक्टूबर 9 -- भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में हुए जूताकांड के मामले में कहा कि वे इससे स्तब्ध हैं। इस मामले में सीजेआई की बेंच में शामिल एक साथी जज भी हमले पर भड़क गए और साफ कह दिया कि यह कोई मजाक की बात नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस उज्ज्वल भुइयां ने इस हमले की निंदा की। घटना की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए, जस्टिस भुइयां ने कहा कि यह मजाक की बात नहीं है, बल्कि संस्था का अपमान है। इससे पहले, भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने गुरुवार को कहा कि उनके साथी न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन और वह सोमवार को 71 वर्षीय वकील राकेश किशोर द्वारा जूता फेंकने की कोशिश से स्तब्ध हैं। हालांकि, सीजेआई ने यह भी कहा कि यह अब न्यायालय के लिए एक भुला दिया गया अध्याय है। यह टिप्पणी उस समय की गई जब सीजेआई की ...