कानपुर, अगस्त 25 -- कानपुर देहात,संवाददाता। जिले की दक्षिणी सीमा पर उफनाई यमुना का पानी सोमवार सुबह को खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया। इससे जहां एक गाव टापू बन गए। वहीं आधा दर्जन गांवों के रास्तों में आठ से दस फुट तक पानी भर जाने से लोगों के समक्ष आवागमन के लिए सिर्फ नावों का ही सहारा बचा है। तटवर्ती गांवों में गहराए बाढ़ के खतरो को देखकर ग्रामीण सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए सामान समेटने लगे हैं। एमपी व राजस्थान में हो रही बारिश के कारण उफनाई यमुना ने सोमवार को रौद्र रूप ले लिया। खतरे के निशान के नजदीक यमुना का पानी पहुंचने से पथार गांव के अंदर तक पानी भर गया। यमुना के जलस्तर में इजाफा होने से भोगनीपुर व सिकंदरा तहसील क्षेत्र के 28 गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ने के साथ ही उफनाई यमुना का पानी उल्टा सेंगुर नदी में जाने से आढ़न, पथार मुसरिया, ...
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