बागपत, सितम्बर 8 -- उफान पर आई यमुना नदी का जलस्तर अब तेजी के साथ घटने लगा है। पिछले 48 घंटों के भीतर यमुना का जलस्तर दो मीटर से अधिक घटा है, जिससे बाढ़ का खतरा तो टल गया है, लेकिन कृषि भूमि का कटान होने से किसान परेशान हो गए हैं। उनका कहना है कि पहले तो उनकी खून पसीने से तैयार फसलें यमुना की बाढ़ में तबाह हो गई। अब उनकी कृषि भूमि का कटान भी होने लगा है। बता दें कि पहाड़ों पर हो रही बारिश के चलते यमुना नदी में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। छह दिन पहले हथिनीकुंड बैराज से 3.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिससे यमुना नदी उफान पर पहुंच गई थी। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर पहुंच गया था। जिसके चलते सैकड़ों किसानों की हजारों बीघा फसलें जलमग्न हो गई थी। यमुना के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया था, लेकिन राहत की बात यह है ...