लखनऊ, दिसम्बर 13 -- मोहनलालगंज के गोपालखेड़ा स्थित श्री परमहंस आश्रम परमधाम में शुक्रवार को 'यथार्थ गीता' के प्रथम अखंड पाठ का भव्य आयोजन आध्यात्मिक श्रद्धा के साथ किया गया। पाठ से पहले महंत संजय दास ने कहा कि यथार्थ गीता केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि मानवता को सत्य, धर्म और आत्मज्ञान की ओर ले जाने वाला परम ज्योति-स्तंभ है। उन्होंने कहा कि गीता किसी जाति, पंथ, वर्ग, देश या सम्प्रदाय का ग्रंथ नहीं, बल्कि सभी मनुष्यों के लिए सर्वत्र लागू होने वाला सार्वभौमिक धर्मग्रंथ है। सुबह नौ बजे गुरुदेव की वंदन और दीप प्रज्ज्वलन के साथ अखंड पाठ विधिवत आरंभ हुआ। अखंड पाठ के दौरान आयोजित विशेष सत्संग में संतों और आश्रम के सेवकों ने यथार्थ गीता के महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। महंत संजय दास के मार्गदर्शन में साधकों ने सामूहिक ध्यान व कीर्तन में भाग लिया।...
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