समस्तीपुर, जून 14 -- रोसड़ा, एक प्रतिनिधि। गुरुवार की देर रात शहर के डाकबंगला चौक पर हुए सड़क हादसे से एक साथ तीन परिवारों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा। शहर के सीमावर्ती गांव फफौत निवासी महेश्वर ने जहां अपना बड़ा बेटा खो दिया है, वहीं इसी गांव के किशोरी व बुधन महतो से उनके बुढ़ापे का सहारा छीन गया है। महेश्वर दास के दो पुत्र व एक पुत्री में दिलखुश सबसे बड़ा बेटा था। पढ़ाई-लिखाई के साथ दिलखुश पिता के कामों में भी हाथ बंटाया करता था। घटना की खबर सुन घटनास्थल पर पहुंचे मृतक दिलखुश के दादा बलदेव दास बार-बार खुद को कोस रहे थे। उन्होंने बताया कि दिलखुल बारात जाने के लिए तैयार नहीं था। फिर अचानक दोस्तों के साथ जाने को राजी हो गया, जिसके कारण उसे निकलने में देर भी हुई। वह बार-बार इस बात को दोहरा रहे थे कि काश मेरा पोता बारात के लिए नहीं निकला होता तो आज हमस...