मुरादाबाद, अगस्त 25 -- मुरादाबाद। लाल मस्जिद में आज से सीरत-उन-नबी के दस रोजा जलसे का आगाज हुआ। बड़ी संख्या में मुसलमानों ने शिरकत की। इसमें आलिम-ए-दीन मुफ्ती दानिश कादरी ने बयान किया। उन्होंने कहा कि मोहम्मद की सीरत सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि तमाम इंसानियत के लिए रहनुमाई और नजात का जरिया है। मौजूद दौर में सबसे बड़ी जरूरत यह है कि उम्मत अपनी जिंदगी को नबी-ए- पाक की तालीमात के मुताबिक बनाएं। उन्होंने कहा कि सीरत ए नबी हर मैदान में मुकम्मल नमूना पेश करती है। चाहे वह तालीम हो या इबादत, अदालत हो या सियासत। उन्होंने नौजवान नस्ल से खास तौर पर अपील की कि वह सीरत का मुताला करें ताकि आज के दौरान में फितनों, इल्हाद और गुमराही से निजात मिल सके। कार्यक्रम में नातिया कलाम भी पेश किये गए जिससे महफिल का माहौल रूहानी हो गया। मुख्य रूप से शुजात रफी...