सराईकेला, सितम्बर 10 -- खरसावां, संवाददाता खरसावां प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र हुडागंदा और कारोसाई में केंद्रीय रेशम बोर्ड व अग्र परियोजना केंद्र खरसावां के संयुक्त तत्वावधान में मेरा रेशम, मेरा अभिमान के तहत 80 किसानों को रोग प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। हुडागंदा और कारोसाई के 40-40 किसानों को रोग प्रबंधन व पौधारोपण के तरीके बताए गए। इसमें खरसावां अग्र परियोजना केंद्र पदाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा कि तसर उत्पादन ग्रामीण समुदायों के लिए आय और रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह आदिवासी समुदायों की पारंपरिक आजीविका का हिस्सा है। केंद्रीय रेशम बोर्ड नगरी के वैज्ञानिक डॉ. अपूर्णा कोप्पारपुर ने कहा कि मेरा रेशम, मेरा अभिमान अभियान देशभर के 100 जिलों में चलाया जा रहा है। इसमें सरायकेला-खरसावां व प. सिंहभूम समेत झारखंड के पांच जिले शामि...