सिद्धार्थ, दिसम्बर 13 -- सिद्धार्थनगर। मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी विभाग नहीं है इससे हार्ट के डॉक्टर नहीं हैं। हार्ट से जुड़ी समस्या आने पर मरीजों को बाहर दिखाना पड़ता है। मेडिकल कॉलेज बने चार साल से ज़्यादा हो चुका है लेकिन हार्ट स्पेशलिस्ट की तैनाती नहीं है। ठंड में दिल की बीमारियां बढ़ जाती हैं। मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले मरीजों को इलाज नहीं मिल पाता है। उन्हें बाहर जा कर दिखाना होता है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजेश मोहन का कहना है कि मेडिकल कॉलेज नॉन सुपर स्पेश्यालिटी है इससे हार्ट स्पेशलिस्ट का पद नहीं है। सुपर स्पेश्यालिटी होने के बाद पद का सृजन किया जाएगा।

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