मुरादाबाद, दिसम्बर 23 -- मनरोगा में मुरादाबाद जिले में इस साल करीब नौ माह मात्र 465 श्रमिकों को 100 दिन काम मिल पाया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यहां 133406 मजदूर क्रियाशील हैं। आलम यह है कि प्रोजेक्ट की कार्य योजना बनाने वाले मनरेगा सहायकों की भारी कमी है। इन हालातों के पीछे बड़ी वजह मजदूरी की कमी भी है। अब काम वही सिर्फ नाम बदला है। जी राम जी योजना में कितना फर्क पड़ेगा वक्त बताएगा। विभाग के रिकॉर्ड इस बात की गवाही दे रहे हैं कि इस साल 54328 पुरुष और 19293 महिलाओं को काम मिला है। साल 2009 में नरेगा को एक्ट के रूप में लागू किया गया। तब मजदूरी रोजाना 100 तय की गई। अब 252 रुपये मजदूरी मिल रही है। महंगाई के इस दौर में जॉब कार्डधारी आम बजट की ओर टकटकी लगाए हुए हैं। समय से मजदूरी नहीं मिलने की शिकायतें कर रहे हैं। वहीं सौ दिन काम के आंकड़े भ...