मुंगेर, मई 27 -- मुंगेर, एक संवाददाता मुंगेर विश्वविद्यालय में में लगभग 5 माह से विभिन्न वैधानिक समितियों के पुनर्गठन का मामला अधर में लटका हुआ है । इन समितियों के पुनर्गठन में हो रही देरी से न केवल विश्वविद्यालय के निर्णयों की वैधानिकता पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है और प्रशासनिक कामकाज पर सवाल उठाए जा रहे हैं। छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों का कहना है कि, विश्वविद्यालय में प्रशासनिक ठहराव की स्थिति है। विश्वविद्यालय सूत्रों ने बताया कि, विश्वविद्यालय की 18 वैधानिक समितियों का कार्यकाल 31 जनवरी को समाप्त हो गया था, लेकिन अब तक इनका पुनर्गठन नहीं किया गया है। तीन वर्षों के लिए गठित ये समितियां विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक संचालन की रीढ़ मानी जाती हैं। इन समितियों में एफिलिएशन एं...