हरिद्वार, सितम्बर 10 -- हरिद्वार, संवाददाता। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में आयोजित सुसाइड प्रीवेंशन डे पर प्रो. श्यामलता ने कहा कि व्यक्ति में मानसिक अवसाद को समय रहते पहचाना जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है। प्रो. राकेश जैन ने कहा कि मनोविज्ञान में कई प्रकार की काउंसलिंग एवं थेरेपी उपलब्ध है। विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि आत्महत्या का बचाव ही सबसे बड़ा समाधान है, हमें समाज के लोगों को जागरूक करना होगा। इसके रोकथाम के लिए लोगों को उपाय बताने होंगे। जब हम सब मिलकर इसको एक सामाजिक बीमारी समझेंगे तो इसका समाधान भी निकाल सकेंगे। समय रहते काउंसलिंग करके तथा मनोवैज्ञानिक उपचारों से किसी की जान बचाई जा सकती है।

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