अलीगढ़, सितम्बर 20 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। अगवानन्ह जब दीखि बराता। उर आनंदु पुलक भर गाता।। देखि बनाव सहित अगवाना। मुदित बरातिन्ह हने निसाना। यानि अगवानी करने वालों को जब प्रभु श्रीराम की बारात दिखाई दी, तो उनके हृदय में आनंद छा गया और शरीर रोमांच से भर गया। अगवानों को देखकर बारातियों ने प्रसन्न होकर नगाड़े बजाए। मौका था शुक्रवार को प्रभु श्रीराम की बारात का। बाराती थे स्वर्गलोक के देवता और तालानगरी के झूमते-गाते भक्त। माता जानकी को ब्याहने जब प्रभु श्रीराम अपने भाइयों के साथ रामलीला ग्राउंड की ओर चले तो पूरा नगर साथ हो लिया। शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे सेन्टर प्वाइंट स्थित टीकाराम मंदिर से रामबारात की शुरूआत हुई। जैसे ही माता सीता को ब्याहने बारात लेकर रघुराई निकले तो चारों ओर बधाईयां गाई जाने लगीं। तालानगरी सियाराममयी हो गई। श्री...