बदायूं, जुलाई 15 -- संस्कार भारती के बैनर तले स्काउट गाइड भवन में काव्य गोष्ठी की गयी। शुभारंभ डॉ. शुभ्रा माहेश्वरी ने सरस्वती वंदना से किया। डॉ. गीतम सिंह ने पढ़ा बचपन में हम मैया-मैया कर लड़ते मेरी मैया। अशोक खुराना ने पढ़ा जीवन रूपी जंग में सदा रहो तैयार शांति और साहस सदा देते भाग्य संवार। डॉ. अरविंद धवल ने पढ़ा तू मेरे प्यारे वतन के प्राणों की सरगम। पवन शंखधार ने पढ़ा चिर चमन सी महकती रहो तुम प्रिये। डॉ. शुभ्रा माहेश्वरी ने पढ़ा ज्ञान की प्रतिमूर्ति बनाकर जीवन ज्योत जलाता है। विनोद सक्सेना बिन्नी ने पढ़ा यह कैसा दौर जिनको हम अजीज अपना बताते हैं। अशोक कुमार द्विवेदी ने पढ़ा मां के आंचल के बिना नहीं दूसरी ठौर। उझानी से आई रीता शर्मा ने पढ़ा हम कौन चंद्र और चंद्रहार चाहिए। संचालन पवन शंखधार ने किया। प्रवेंद्र वर्मा, अशोक कुमार सक्सेना, ड...