चंदौली, सितम्बर 18 -- धानापुर, हिन्दुस्तान संवाद। धानापुर कस्बा स्थित मंच पर कलाकारों ने मंगलवार की शाम को रामलीला के दूसरे दिन मनु सतरूपा की तपस्या और रावण जन्म का मंचन हुआ। राम लीला के दूसरे दिन भगवान शंकर के स्तुति बंदना एवं आरती के साथ ही मंचन शुरू हुआ। मानस के अनुसार मंचन कर रहे कलाकारों ने राजा मनु और महरानी सतरूपा अपने पुत्र उत्तानपाद को सौंप कर वन में तपस्या के लिए चले गये और कई हजार वर्षो के घोर तपस्या के बाद उनके तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान श्रीविष्णु प्रकट होते हैं। कहते हैं कि 'हे भक्त आंखे खोलो मैं आपकी इस घोर तपस्या से प्रसंन्न हुआ और उनसे कोई वरदान मागने के लिए कहते है। जिसपर राजा और रानी ने कहा हे प्रभु अगर आप हमपर प्रसंन्न हुए है तो हमें अपने समान ही पुत्र प्रदान कीजिये। बात को सुनकर भगवान श्रीविष्णु कहते है हे वत्स मै अ...