हरिद्वार, जुलाई 13 -- सिद्धपीठ मां मनसा देवी मंदिर तक जाने वाले पैदल मार्ग की दुर्दशा श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है। प्रतिदिन लगभग 20 हजार श्रद्धालु इस दो किलोमीटर लंबी ऊंचाई को पैदल तय कर मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं। लेकिन रास्ते में न तो पेयजल की व्यवस्था तक नहीं है। साल भर मंदिर जाने के लिए हजारों लोग इसी मार्ग का उपयोग करते हैं लेकिन नवरात्र, गंगा दशहरा, कांवड़, कुंभ और अर्धकुंभ जैसे पर्वों में श्रद्धालुओं की संख्या चार गुना तक बढ़ जाती है। बोले हरिद्वार अभियान के तहत हिन्दुस्तान की टीम के साथ बातचीत के दौरान श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने बताया कि मनसा देवी पैदल मार्ग धार्मिक आस्था से जुड़ा एक प्रमुख स्थल है लेकिन यहां की बुनियादी सुविधाओं की हालत बेहद चिंताजनक है। मार्ग में एक भी शौचालय नहीं है। महिला श्रद्धालुओं ...