संभल, दिसम्बर 23 -- जनपद में कड़ाके की ठंड के बीच पशुओं में खुरपका और मुंहपका रोग ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। कई गांवों में पशुओं में इस संक्रामक बीमारी के लक्षण दिखाई देने लगे हैं, जिससे पशुपालकों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है। हैरानी की बात यह है कि बीमारी फैलने के बावजूद अभी तक पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान शुरू नहीं कराया गया है। पशुपालकों का कहना है कि समय रहते टीकाकरण हो जाता तो बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता था। खुरपका-मुंहपका रोग से पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता पर असर पड़ता है, वहीं छोटे पशुओं के लिए यह बीमारी अधिक खतरनाक साबित हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालक अपने स्तर से घरेलू उपाय करने को मजबूर हैं। पशुपालकों ने विभाग से जल्द से जल्द टीकाकरण अभियान शुरू कराने की मांग की है, ताकि पशुधन को इस गंभीर बीमारी से ...