भागलपुर, जून 13 -- भागलपुर, मुख्य संवाददाता। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश में कपड़े की जरूरत और विदेशों पर निर्भरता खत्म करने के लिए प्राकृतिक पेड़-पौधे से धागे निकाले जाएंगे। इस पर किया गया शोध सफल हुआ है। जल्द ही लिनन के कपड़े की तरह बांस, जूट और आक के कपड़े देशवासियों के बदन पर होंगे। मंत्री ने 'हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा, हमारे आसपास आक (अकवन) के पौधे बहुतायत में हैं। गर्मी शुरू होते ही इसके फल से रूई निकलकर उड़ती रहती है। वस्त्र मंत्रालय ने इस रूई से धागा बनाने में सफलता पाई है। इस धागे से बना कपड़ा पशमीना से भी पतला है और वूलन प्रोडक्ट से भी गर्म। सूती कपड़े के मुकाबले डेढ़ गुना अधिक पानी सोखने की क्षमता आक के कपड़े में होगी। अब रिसर्च हो रहा कि खेतों से ही लगे आक के फल कैसे सही-सलामत तोड़े जाएं। इसका प्रयोग ओ...
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