हाथरस, दिसम्बर 22 -- हाथरस। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व नगर कार्यवाह एवँ वरिष्ठ स्वयंसेवक यशपाल भाटिया का सोमवार को निधन हो गया। वह मुरसान गेट स्थित वीर सावरकर शाखा के सबसे पुराने स्वयसेवक में से एक थे। वह नियमित रूप से शाखा जाते थे। शाखा की आसपास के रहने वाले लोगों शाखा के लिये जागरण करना और उन्हें साथ ले जाना उनका नित्य कार्य था। शाखा के तुरंत बाद मुरसान गेट स्थित आर्य समाज मंदिर में नित्य हवन करते थे। उनके जीवन पर डाक्टर हेडगेवार और महर्षि दयानंद सरस्वती के विचारों का गहरा प्रभाव था। यशपाल भाटिया भारत पाकिस्तान के विभाजन के समय भारत में आए। बहुत लंबे समय तक संघर्ष किया। शुरुआत में दो माह पंजाब से आकर आर्य मंदिर पर किराए पर रहे। संघ में कई सालों तक कई दायित्वों पर रहे। सोमवार को यशपाल भाटिया का निधन हो गया, परंतु सैकड़ो कार्यकर्ता ...