नई दिल्ली, अगस्त 17 -- भारत अब उन खनिजों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जो भविष्य की इलेक्ट्रिक कारों (EVs), रिन्यूएबल एनर्जी, मोबाइल-गैजेट्स और डिफेंस सिस्टम की रीढ़ माने जाते हैं। इन्हें रेयर अर्थ मटेरियल (Rare Earth Materials) कहा जाता है। अभी तक इनकी सप्लाई का सबसे बड़ा स्रोत चीन है, लेकिन भारत अब इस निर्भरता को कम करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं। यह भी पढ़ें- सीधे Rs.1 लाख का कैश डिस्काउंट, मारुति अपनी इस कार पर दे रही इतना बड़ा ऑफरक्यों जरूरी हैं रेयर अर्थ मिनिरल? हर इलेक्ट्रिक वाहन (EV) में NdFeB मैग्नेट्स लगते हैं, जिनकी डिमांड 2030 तक तेजी से बढ़ने वाली है। पवन ऊर्जा, सोलर पैनल, रोबोटिक्स और डिफेंस टेक्नोलॉजी में भी इनकी भारी जरूरत होती है। रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ EV सेक्टर के लिए ही भा...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.