नई दिल्ली।, सितम्बर 13 -- भारतीय वायुसेना द्वारा 114 नए राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए भेजे गए प्रस्ताव पर रक्षा मंत्रालय ने चर्चा शुरू कर दी है। इन विमानों का निर्माण फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन द्वारा भारतीय एयरोस्पेस कंपनियों की साझेदारी से भारत में ही किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, यह सौदा 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है और इसमें 60% से ज्यादा स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल होगा। पूरा होने पर यह भारत सरकार का अब तक का सबसे बड़ा रक्षा सौदा होगा। रक्षा मंत्रालय को कुछ दिन पहले वायुसेना से स्टेटमेंट ऑफ केस (SoC) प्राप्त हुआ है। अब इस पर रक्षा वित्त समेत मंत्रालय के अलग-अलग विभाग विचार कर रहे हैं। इसके बाद मामला डिफेंस प्रोक्योरमेंट बोर्ड (DPB) और फिर डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) को भेजा जाएगा।राफेल की मौजूदा ताकत भारतीय वाय...