हाथरस, जून 15 -- सहपऊ। क्षेत्र के गांव नगला रमजू में श्रीमद्-भागवत कथा में कथाव्यास साध्वी पूजा ब्रज किशोरी ने श्रद्धालुओं को बताया कि जब भगवान श्रीकृष्ण एवं बलराम ने कंस को मारकर मथुरा की गद्दी पर उग्रसेन महाराज का बैठाया। इस बात से क्रोधित होकर कंस के सुसर जरासंध ने मथुरा पर कई बार आक्रमण किया। हर बार उसे हार का मुंह देखना पड़ा। अंत में उसने युद्ध में सहायता के लिए कालयवन को बुलाया। कालयवन का वध कराने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने युद्ध मैदान छोड़ दिया और भागने लगे। कालयवन ने उनका पीछा किया और अंत में एक गुफा में जिसमें राजा मुचुकुंद सोए थे। कालयवन ने उनको लात मार कर जगाया। उनके आंखें खोलते ही कालयवन उनकी आंखों से निकले प्रकाश से जल गया। इस दौरान सुभाष चौधरी, रवि पचौरी, साकेत चौधरी ने कथाव्यास का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। इस मौके पर ग्...