मधुबनी, जून 8 -- झंझारपुर, निज प्रतिनिधि । पांच देश की यात्रा कर वापस लौटे डेलिगेशन के लीडर संजय झा रविवार को अड़रिया संग्राम आवास पर कई बातें खुलकर रखी। श्री झा ने कहा कि भाईचारा खत्म और सिंधु जल समझौता खत्म।देश के प्रधानमंत्री ने भी स्पष्ट कर दिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकता है। उन्होंने कहा कि 1960 में जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान ने जिस समझौते पर हस्ताक्षर कर 80 फीसदी पानी का उपयोग पाकिस्तान को करने का अधिकार दिया था, वह समझौता दोस्ती और सहयोग के नाम पर बना था। जब आतंकवाद भेजा जाएगा और युद्ध होंगे तो फिर दोस्ती और सहयोग कहां रही। भारत सरकार ने सिंधु जल समझौते के शर्त के आधार पर ही उसे खत्म किया है। यह मजबूती से डेलिगेशन के सदस्यों के द्वारा बताया गया। संजय झा के टीम में शामिल लोग जापान, साउथ कोरिया, सिंग...