बदायूं, दिसम्बर 19 -- उझानी। ब्लॉक क्षेत्र के गांव बरसुआ में श्रीराम कथा महोत्सव के आठवें दिन भक्ति, श्रद्धा और भावनाओं का ऐसा सागर उमड़ा कि पूरा क्षेत्र राममय हो उठा। कथा शिरोमणि रवि समदर्शी महाराज ने भगवान श्रीराम के आदर्शों को युवाओं के लिए मार्गदर्शक बताया। कहा, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जीवन चरित्र आज भी उतना ही प्रसांगिक है जितना त्रेता युग में था। उन्होंने कहा कि संयम, साधना और त्याग के मार्ग पर चलकर ही व्यक्ति सच्ची सफलता और सम्मान प्राप्त कर सकता है। कथा के दौरान भगवान श्रीराम द्वारा शिव धनुष भंग का अत्यंत जीवंत वर्णन किया। लक्ष्मण-परशुराम संवाद सुनाया। भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह प्रसंग में पंडाल मंगल भाव से गूंज उठा। माता सीता की विदाई का प्रसंग आते ही वातावरण करुणा से भर गया और अनेक श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं। ...