रुडकी, दिसम्बर 25 -- कस्बे के प्राचीन भगवान शिव मंदिर परिसर में चल रही राम कथा के तीसरे दिन गुरुवार को कथावाचक विपिन आनंद महाराज ने कहा कि जो मनुष्य समर्पित भाव से भगवान श्रीराम की शरण में चला जाता है, उसे कोई दुख और कष्ट छू भी नहीं सकते। भगवान श्रीराम की शरण में जाने से मनुष्य भवसागर से पार हो जाता है। महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम भगवान विष्णु के अवतार थे और जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है, तब-तब भगवान अवतार लेकर अत्याचारियों का अंत करते हैं। उन्होंने बताया कि भगवान से बड़ा भगवान का भक्त होता है और राम से बड़ा राम का नाम माना गया है। भगवान अपने भक्तों का दुख नहीं देख पाते।

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