गाजीपुर, जुलाई 8 -- पतार, हिन्दुस्तान संवाददाता। स्थानीय गांव में आयोजित भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक अखिलेश उपाध्याय ने भगवान वामन के चरित्र पर कथा सुनाई। इस दौरान कहा कि हम जीवन में भगवान से मांगते आए हैं, लेकिन जब हम भगवान को मांग लेते हैं तो हमारे जीवन में कुछ भी शेष नहीं रह जाता। इसलिए हम भगवान से न मांग कर भगवान को मांगे, हमारा जीवन सदा के लिए संवर जाएगा। भगवान वामन देव की कथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान वामन देव जैसे ही राजा बलि के यहां पहुंचे राजा बलि वामन देव को देखते ही प्रसन्न हो गया। वह अंदर अंदर सोचने लगा कि यह सुकुमार बालक हमसे कुछ मांगता हमसे कुछ कहता तो कितना अच्छा होता। बाली के इस भाव को समझ कर भगवान वामन देव बाली के सामने तीन पग भूमि की शर्त रखी। जिस पर राजा बलि हंसा और भगवान को उसके इसी हंसी में अहंकार का भाव दिख...
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