लखनऊ, दिसम्बर 24 -- लखनऊ, संवाददाता। श्री शिव श्याम मंदिर, हाता रामदास सदर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में बुधवार को आचार्य विष्णु शरण भारद्वाज जी महाराज ने ध्रुव चरित्र, जड़भरत प्रसंग और प्रहलाद चरित्र की कथा सुनाई। महाराज जी ने कथा में कहा कि ध्रुव की भक्ति और प्रहलाद की निष्ठा हमें सिखाती है कि भगवान की शरण में जाने से ही जीवन का वास्तविक सुख मिलता है। ध्रुव ने मात्र पांच साल की उम्र में भगवान को प्राप्त कर लिया। यह उनकी भक्ति और तपस्या का ही फल था। कथा के मध्य भजन ध्रुव की भक्ति, प्रहलाद की निष्ठा... सुनाया तो श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।

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